रंगों की आंखमिचौली: होली पर खुशियों की कहानी March 4, 2025होली का त्योहारहोली, जिसे रंगों का त्योहार भी कहा जाता है, भारत में हर साल बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। यह पर्व न केवल रंगों का, बल्कि खुशियों का भी प्रतीक है। इस दिन लोग एक-दूसरे पर रंग डालते हैं और मिठाइयाँ बांटते हैं। यह समय अपनों के साथ बिताने का है, जहां हर कोई एक दूसरे के साथ मिलकर खुशी मनाता है।खुशियों की आई टोलीइस खास मौके पर, प्रियजनों के साथ मिलकर खेलने का आनंद ही कुछ और होता है। बच्चे, बुजुर्ग और युवा सभी एक साथ मिलकर इस दिन को खास बनाते हैं। रंगों की आंखमिचौली में शामिल होकर, ये सभी एक-दूसरे की ख़ुशियों का अहसास करते हैं। होली के रंगों से भरे हुए दिन में सभी की मुस्कान और जश्न मनाने की ख़ुशी अनमोल होती है।पकवानों की आई थैलीहोली का पर्व सिर्फ रंगों तक ही सीमित नहीं है; इसके साथ-साथ स्वादिष्ट भोजन का भी महत्व है। इस अवसर पर गुजिया, पकोड़े और विभिन्न प्रकार के मिठाइयाँ बनाई जाती हैं। यह सभी पकवान एक तरह से इस दिन की खासियत को बढ़ाते हैं। अपनों के संग बैठकर इन पकवानों का स्वाद लेना और खुशियों को साझा करना होली के जश्न को और भी खास बनाता है। त्योहार holi celebration