घनघोर अँधेरा ओढ़ के, मैं जन जीवन से दूर हूँ| श्मशान में हूँ नाचता,मैं मृत्यु का ग़ुरूर हूँ|

कर्ता करे न कर सकै,शिव करै सो होय। तीन लोक नौ खंड में,महाकाल से बड़ा न कोय… हर हर महादेव

शिव सत्य है, शिव अनंत है, शिव अनादि है, शिव भगवंत है, शिव ओंकार है, शिव ब्रह्म है, शिव शक्ति है, शिव भक्ति है

शिव सत्य है, शिव अनंत है, शिव अनादि है, शिव भगवंत है, शिव ओंकार है, शिव ब्रह्म है, शिव शक्ति है, शिव भक्ति है

 आओ भगवान शिव का नमन करें, उनका आशीर्वाद हम सब पर बना रहे। ऊँ नम: शिवाय

चीर आया चरम में, मार आया “मैं” को मैं “मैं” , “मैं” नहीं, ”मैं” भय नहीं|